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रोहित शर्मा को रिटायरमेंट के लिए किसने किया मजबूर? 💔😭

रोहित शर्मा को रिटायरमेंट के लिए किसने किया मजबूर, rohit sharma test retirement in hindi

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और स्टार बल्लेबाज़ रोहित शर्मा ने 7 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। यह खबर क्रिकेट प्रशंसकों के लिए किसी सदमे से कम नहीं है, क्योंकि रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी शानदार बल्लेबाजी और कप्तानी से लाखों दिल जीते। उनके इंस्टाग्राम स्टोरी पर किए गए इस ऐलान ने कई सवाल खड़े किए हैं। आखिर रोहित शर्मा को रिटायरमेंट के लिए किसने किया मजबूर? इस लेख में हम उनके टेस्ट करियर, संन्यास के संभावित कारणों, और भारतीय क्रिकेट पर इसके प्रभाव पर चर्चा करेंगे।

रोहित शर्मा का टेस्ट करियर: एक शानदार सफर

रोहित शर्मा ने 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। रोहित शर्मा ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में 177 रनों की शानदार पारी खेले थे। अपने 11 साल के टेस्ट करियर में उन्होंने 67 टेस्ट मैचों में 4301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं। उनका औसत 40.57 रहा। 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रांची में बनाए गए 212 रन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा।

2019 में ओपनर के रूप में नई भूमिका निभाने के बाद रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ी। उनकी कप्तानी में भारत ने 2020/21 में ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीती और 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल तक पहुंचा। लेकिन हाल के प्रदर्शन ने उनके करियर पर कई सवाल उठाए।

रोहित शर्मा ने रिटायरमेंट स्पीच में क्या-क्या कहा ?

रोहित ने अपने संन्यास की घोषणा में कहा,

“हैलो दोस्तों, मैं यह बताना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। अपने देश का सफेद जर्सी में प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात रही। सभी प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद। मैं वनडे फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व करता रहूंगा।”

रोहित शर्मा को रिटायरमेंट के लिए किसने किया मजबूर

रोहित शर्मा को रिटायरमेंट के लिए किसने किया मजबूर?

लेकिन सवाल यह है कि रोहित जैसे खिलाड़ी को यह फैसला लेने के लिए क्या मजबूर किया? निम्नलिखित कारण इसकी वजह हो सकते हैं: तो आइए जानते है कि रोहित शर्मा को रिटायरमेंट के लिए किसने किया मजबूर?

  1. खराब फॉर्म का दबाव: 2024-25 के बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रोहित का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। उन्होंने 5 टेस्ट में केवल 31 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 6.20 था। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में भी वह रन बनाने में नाकाम रहे।

  2. BCCI और चयनकर्ताओं का दबाव: खबरें थीं कि BCCI और चयनकर्ता इंग्लैंड दौरे के लिए नया टेस्ट कप्तान चुनना चाहते थे। शुभमन गिल को इस भूमिका के लिए तैयार किया जा रहा था। कप्तानी से हटाए जाने की संभावना ने रोहित को संन्यास की ओर धकेला हो सकता है। दरअसल जब बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी चल रहा था, उस दौरान रोहित शर्मा ने 5वे टेस्ट मैच से अपने आप को ड्रॉप कर लिया था।

    उसके बाद रोहित ने खुद एक इंटरव्यू दिया उसमें उन्होंने कहा मुझे कोई दूसरा थोड़ी बताएगा कि मुझे कब क्रिकेट खेलनी है कब क्रिकेट छोड़ देनी है, सेंसिबल आदमी हु मेरा पास दिमाग है। ऐसे उन्होंने कहा था। हालांकि रोहित को अगर रिटायरमेंट लेना होता तो वे उसी समय ले लिए होते। जबकि अभी कुछ दिन पहले भी रोहित टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए इच्छा जाहिर की थी और ये भी बताया था कि इंग्लैंड भी जाना चाह रहा हु। हो सकता हो कोई वजह होगा जिसके चलते रोहित ने अचानक से रिटायरमेंट ले लिया है।

  3. नए चक्र और युवा खिलाड़ियों को मौका: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र की शुरुआत के साथ, चयनकर्ता युवा खिलाड़ियों और नेतृत्व को मौका देना चाहते हैं। रोहित की उम्र (38 साल) और हालिया फॉर्म ने इस फैसले को तेज किया।

  4. मीडिया और प्रशंसकों की आलोचना: सोशल मीडिया और क्रिकेट विश्लेषकों द्वारा लगातार आलोचना ने भी रोहित पर मानसिक दबाव डाला। X पर कई यूजर्स ने उनके प्रदर्शन और कप्तानी पर सवाल उठाए, जिसका असर उनके फैसले पर पड़ सकता है। रोहित शर्मा को रिटायरमेंट के लिए किसने किया मजबूर ?

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रोहित शर्मा का भारतीय क्रिकेट में योगदान

रोहित शर्मा का भारतीय क्रिकेट में योगदान सिर्फ रनों और शतकों तक सीमित नहीं है। उन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी, शांत कप्तानी और मैदान पर मजाकिया अंदाज से भारतीय टेस्ट क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। 2019 में ओपनर बनने के बाद उनकी विस्फोटक पारियों ने भारत को कई मैच जिताए, खासकर 2020/21 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक सीरीज जीत। रोहित का हंसमुख स्वभाव और मुश्किल हालात में ठंडे दिमाग से फैसले लेने की कला ने उन्हें फैंस का चहेता बनाया, और उनकी विरासत युवा खिलाड़ियों को हमेशा प्रेरित करती रहेगी।

क्या रोहित शर्मा वनडे मैच खेलेंगे ?

रोहित ने साफ किया है कि वह वनडे क्रिकेट में भारत का नेतृत्व और प्रतिनिधित्व करते रहेंगे। 2027 में वर्ल्ड कप में उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी पर सभी की नजरें होंगी। इसके अलावा, वह IPL 2025 में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते नजर आएंगे।

भारतीय टेस्ट क्रिकेट पर प्रभाव

रोहित के संन्यास के साथ भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। रविचंद्रन अश्विन के संन्यास के बाद, अब रोहित की अनुपस्थिति से टेस्ट टीम में अनुभव की कमी खलेगी। विराट कोहली और रविंद्र जडेजा जैसे सीनियर खिलाड़ियों का भविष्य भी अनिश्चित है।

शुभमन गिल को टेस्ट कप्तान के रूप में देखा जा रहा है, और उनकी युवा ऊर्जा भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दे सकती है। लेकिन रोहित जैसे खिलाड़ी की जगह भरना आसान नहीं होगा।

हिटमैन का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक भावुक और महत्वपूर्ण पल है। उनके शानदार करियर और योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि क्या BCCI, चयनकर्ताओं, या परिस्थितियों ने उन्हें यह फैसला लेने के लिए मजबूर किया? आप क्या सोचते हैं? अपनी राय कमेंट में साझा करें और इस लेख को शेयर करें!

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